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Showing posts from 2022

बिहार के क्राइम पर अंकुश लगाने आ गए ' सरदार' भट्टी साहेब। Will Bhatti combat crime in present regime

 पटना। न्यूज़। बिहार में इन दिनों लगातार बढ़ते अपराध के ग्राफ को देखते हुए पुलिसिया प्रशासन की लगाम कड़क राजविंदर सिंह भट्टी को थमाई गयी है। बिहार से आलोक राज व आरएस भट्टी का नाम केंद्र को भेजा गया था। सूत्रों के मुताबिक राजद ने आलोक राज को डीजीपी बनाने की सिफारिश की थी किंतु केंद्र ने 1990 बैच के आइपीएस पदाधिकारी राजविन्दर एस भट्टी को हरी झंडी दी। भट्टी अपने काम के प्रति वफादार व ईमानदार रहे हैं। ऐसे में उम्मीद की जा रही है कि अब अपराधियों, बालू माफियाओं व शराब कारोबारियों पर चाबुक चलेगा। पटना के एसएसपी भी सरदार हैं और प्रदेश के पुलिस मुखिया भी अब सरदार हो गए हैं। इन दोनों पर बड़ी जिम्मेवारी है। भट्टी साहेब नीतीश की भी पसंद है। नीतीश जानते हैं कि मौजूदा समय कड़क अफसर का है जो राजद की सिफारिश को अनदेखा कर सके। भट्टी साहेब संजीव कुमार सिंघल के रिटायर होने के बाद बिहार के डीजीपी बनाये गए हैं।

जहरीली शराब से मौत का ठीकरा भाजपा पर फोड़ने की तैयारी। एसपी संतोष यादव पर कारवाई क्यों नहीं।

छपरा। न्यूज़। सारण जिला के छपरा क्षेत्र के दायरे में अब तक जहरीली शराब से मौत का आंकड़ा 100 तक पहुंचने के करीब है। इस शराब से मौत का जिम्मेवार कौन है इससे अधिक राजनीतिक पार्टी को मोहरा बनाने की तैयारी चल रही है। एसपी और डीएम अपनी नाकामियों को छिपाने के लिए और महागठबंधन के नेताओं को खुश करने के लिए भाजपा व सवर्णों पर ठिकरा फोड़ने की तैयारी कर रहे हैं। गौर करने की बात है पूरे सारण जिले के पहरेदारी की जिम्मेवारी वहां के डीएम राजेश मीणा और एसपी संतोष कुमार यादव की है। ऐसे में यदि तमाम सुरक्षा के बावजूद सारण में शराब बिक्री हुई तो डीएम और एसपी कैसे बच सकते हैं। अपने को बचाने के लिए नया ट्विस्ट देने की कोशिश हो रही है ताकि महागठबंधन के मोगैम्बो खुश हो जाये। जनता के बीच संदेश जाए कि भाजपा व उसके नेता शराब बेचवाते है । रिपोर्ट के मुताबिक थाने में रखे गए स्प्रिट का पूरा गैलन खाली हो गया और पुलिस झुठला रही है। जहरीली शराब के कारोबारी पर कठोर कारवाई हो। उन्हें उम्र कैद की सजा मिले पर सारण के एसपी व डीएम पर भी कारवाई हो। 

आखिर जिनपर शराब रोकने की जिम्मेवारी वो डीएम, एसपी कैसे हैं नीतीश के 'घरारी'। Why no action on DM/SP of Saran

 पटना। न्यूज़। जिस सारण ( छपरा) जिले के इशुआपुर और मशरख में जहरीली शराब से हर घर मे मातम पसरा है पर उस जिले के डीएम और एसपी पर क्यों नहीं कारवाई हुई। जब पूरे प्रदेश में पूर्ण शराबबंदी लागू है तो सारण जिले में शराब की एंट्री कैसे हुई।आखिर डीएम और एसपी की चौकीदारी के बावजूद मशरख में जहरीली शराब कैसे पहुंची। यदि तमाम सुरक्षा के बावजूद शराब की बिक्री हो रही है तो उस जिले के डीएम और एसपी पर एफआईआर क्यों नहीं दर्ज हो रहा है। सारण में अब तक जहरीली शराब से तीन दर्जन से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है।जय प्रकाश नारायण की कर्मस्थली छपरा के आसपास जहरीली शराब से लाशें बिछी हैं। बिहार उन दोषियों को पकड़ने के लिए एक और आंदोलन खोज रहा है। सारण के डीएम, एसपी समेत पूरे प्रशानिक व्यवस्था को बदलने की जरूरत है ताकि अन्य जिले इससे सबक ले सके। शराब पुलिस महकमा की कमाई का धंधा बन चुका है। कोर्ट में भी मोटी रकम जा रही है। इसलिए जंगलराज जैसे मोई नया आदेश सामने आ रहा है। संसद में फिर जहरीली शराब का मामला उठा है। सांसद राजीव प्रताप रुडी ने जहरीली शराब की जांच के लिए सारण में केंद्रीय टीम भेजने की मांग की है। वहीं प्र

जान बचाने का शराबबंदी कानून बन रहा जानलेवा.

पटना। न्यूज़। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बिहार की जनता का जान बचाने के लिए सूबे में शराबबंदी कानून बना दी पर यह कानून जहरीली शराब की ओट में सैकड़ों की जान ले चुका है और हजारों गरीब लोग शराब पीने के कारण जेल में बंदी पड़े हैं। 14-15 दिसम्बर 2022 के बीच सारण जिले में 20 लोगों की मौत जहरीली शराब से हो गयी है। यदि वर्ष 2016 यानी जबसे शराबबंदी कानून लागू हुआ है उस दिन से गणना की जाए तो सैकड़ों लोग शराबबंदी के भेंट चढ़ चुके हैं। देखिए सारण जिले के किन किन लोगों की मौत शराब पीने से हुई है। निम्न सारण जिले के मशरख ब्लॉक का आंकड़ा है:  संजय कुमार सिंह, वकील सिंह, डोयला. हरेंद्र राम, गणेश राम, मशरक तख्त. भरत साह, गोपाल साह, शास्त्री टोला , मशरक. मोहम्मद नसीर, शमशुद्दीन मिया, तख्त. विचेन्द्र राय, नरसिंग राय, डोयला. रामजी साह, गोपाल साह, शास्त्री टोला, मशरक. अजय गिरी, सूरज गिरी, बहरौली, मशरक. मनोज कुमार, लालबहादुर राम, दुरगौली, मशरक. भरत राम, मोहर राम, मशरक तख्त.कुणाल सिंह, जद्दु सिंह, यदु मोड़ , मशरक. जयदेव सिंह, विन्दा सिंह, बेन छपरा, छपरा. अमित रंजन सिन्हा, दिवेन्द्र सिन्हा, डोयला, इसुआपुर. गोविंदा रा

नीतीश अब तेजस्वी के लिए नहीं छोड़ेंगे कुर्सी !Nitish will not leave CM post for Tejaswi!

 पटना। न्यूज़। ( विद्रोही)। सीएम की कुर्सी पर आंख गड़ाए तेजस्वी यादव को वर्ष 2025 तक डिप्टी सीएम से ही संतोष करना पड़ेगा। सीएम नीतीश कुमार ने आज स्पष्ट कर दिया कि वर्ष 2025 का विधानसभा चुनाव तेजस्वी यादव के नेतृत्व में लड़ा जाएगा। यानी तब तक सीएम की कुर्सी पर अपनी नजर न रखे। बिहार की राजनीति का यह बड़ा बयान है और इस बयान में कई अर्थ छिपे हैं। पहली बात कि जबतक मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सीएम हैं राजद या तेजस्वी यादव को इस मुगालते में नहीं रहना चाहिए कि उन्हें सीएम की कुर्सी मिलेगी। साथ ही नीतीश के इस बयान से उनके कार्यकर्ता एकजुट रहेंगे। राजद व जदयू के विलय प्लान से जदयू में खलबली मची है। नीतीश के ताजा बयान से फिलहाल जदयू के नेता शांत हो जाएंगे। अगला तीन साल किसने देखा है। अलबत्ता नीतीश ने राजद की औकात बात दी है। अब न जगदानंद कुछ बोलेंगे और न ही शिवानंद कटाक्ष करेंगे। यह विश्लेषण का विषय है कि वर्ष 2024 का चुनाव तेजस्वी के नेतृत्व में लड़ने की बात कहकर नीतीश अपनी पार्टी का भविष्य किसके कंधे पर छोड़ना चाहते हैं। क्या नीतीश रहित जदयू के कार्यकर्ता तेजस्वी की अगुवाई स्वीकार कर लेंगे। समझ जाता है कि

आखिर नीतीश पीएम के सामने आए। बिहार के लिए शुभ संकेत। Nitish participated in PM meeting.

 पटना। न्यूज़।( विद्रोही)। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की बैठक में शामिल होकर अनुभवी कूटनीति का परिचय दिया है। भले ही यह मीटिंग जी 20 की तैयारियों को लेकर ऑनलाइन आयोजित की गई थी पर बिहार की राजनीति के दृष्टिकोण से काफी महत्वपूर्ण है। जबसे प्रदेश में महागठबंधन की सरकार बनी है तबसे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की मुलाकात प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से नहीं हुई है। हालांकि इस दौरान दिल्ली में राज्यों के मुख्यमंत्री से संबंधित कई बैठकें हुई पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार उस मीटिंग में शामिल होने से बचते रहे। करीब 6 महीना बाद नीतीश कुमार ऐसी मीटिंग में शामिल हो रहे हैं जिसमें पीएम भाग ले रहे हैं।   फ़ाइल फोटो  जी 20 की बैठक के सिलसिल में अतिथियों का आगमन नालंदा भी होने वाला है। नालंदा मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का गृह जिला भी है। ऐसे में कूटनीतिक तौर पर मुख्यमंत्री की भागिरदारी जरूरी है। साथ ही हालिया कुढ़नी विधानसभा का उपचुनाव भी आंखे खोलनेवाला है। तेजस्वी यादव समेत 8 दलों का बल भी जदयू को जीता नहीं सका। नीतीश समझ गए हैं कि आगामी किसी भी चुनाव में राजद की मंशा तो पूरी ही जाएगी प

बिहार में नीतीश की सारी रणनीति लड़खड़ाई। Nitish strategies fractured not only in Kudhani but in all Bihar

 पटना। न्यूज़। (विद्रोही)।  गुजरात, हिमाचल प्रदेश व कुछ विधानसभा उपचुनाव के रिजल्ट आने से देश का माहौल आज चुनावमय है। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को यह रिजल्ट परेशान करने वाला है। भाजपा का साथ छोड़ वह आठ दलों के समर्थन से महागठबंधन की सरकार बनाये थे पर यह समीकरण नीतीश को फलदायी साबित नहीं हो रहा है। आज कुढ़नी के परिणाम से यह तय हो गया है कि आगे आने वाला चुनाव भी नीतीश को झटका दे सकता है। मुजफ्फरपुर जिला अंतर्गत कुढ़नी में जदयू ने सारी ताकत झोंक दी थी। खुद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार एक मंच पर तेजस्वी यादव के साथ चुनाव प्रचार में उतरे पर भाजपा ने उन्हें पटकनी दे दी। अब सवाल यह उठता है कि ऐसा ही रिजल्ट जनता देगी तो अगले लोकसभा चुनाव में भी नीतीश के मंसूबे पर पानी फिर जाएगा। राजनीतिक गलियारों में चर्चा हो रही है कि जो अपने बिहार में आठ दलों के बलबूते एक सीट जीत नहीं सकता वह देश मे पीएम पद का चेहरा कैसे बन सकता है। चर्चा यह भी है कि राजद के वोटबैंक ने नीतीश के उम्मीदवार के लिए न खुलकर प्रचार किया और न ही वोट दिया। लिहाज जदयू को शंका है कि अगले चुनाव में भी राजद समर्थक उसे झटका दे सकते हैं। यद

सिंगापुर से इंडिया को सीखना चाहिए।Learn a lesson from Singapore in context of Lalu.

 पटना। न्यूज़। (विद्रोही) । सिंगापुर में आज राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव का किडनी ट्रांसप्लांट का ऑपरेशन सफल हुआ । बहुत शुभकामनाएं। उनके समर्थकों को बधाई। बिहार के गोपालगंज जिले से भैंस चराने के सफर से बिहार के मुख्यमंत्री व फिर केंद्र में रेल मंत्री और फिर जेल की यात्रा करने वाले लालू यादव की कहानी भी बहुत निराली है। बिहार का एक अदना से लाल ने इतना कमाया कि उनके पुस्त दरपुस्त को सौ वर्षों तक कोई कमी नहीं होगी। उनके 9 बच्चे  जहां हैं राज कर रहे हैं। जिय हो बिहार के लाल! भ्रष्टाचार के कई मामलों में लालू सजायाफ्ता हैं। जेल काट चुके हैं। बेल पर है।तो क्या हुआ। पैसा तो है। इतना पैसा है कि कोर्ट फैसला सुनाते सुनाते थक जायेगा। जनता में भ्रम फैलाया जाएगा। लालू को फंसाया जा रहा है। फिर नीतीश कुमार जैसे साथी मिल जाएंगे और हारने के बाद भी लालू ले लाल सत्ता की कुर्सी पर बैठ जाएंगे। और फिर अपराध, लूट व पलायन का दौर। यही हो रहा है बिहार के साथ। अब हम आते हैं सिंगापुर पर। 31 अगस्त 1963 को सिंगापुर  यूनाइटेड किंगडम से आजाद हुआ। भारत वर्ष 1947 में ब्रिटेन से आजाद हुआ। दोनों के विकास में जमीन आसमान का

नीतीश व भाजपा की जीत-हार बयां करेगा कुढ़नी का मैदान। It's fight of Nitish between BJP in Kudhani battle field.

 पटना। न्यूज़। भाजपा को आउट करने के बाद तेजस्वी की टीम के साथ चुनाव मैदान में उतरे नीतीश कुमार के लिए कुढ़नी उपचुनाव काफी निर्णायक साबित होने वाला है। सही मायने में जीत-हार दोनों का सेहरा नीतीश के सिर बंधेगा। जीत गए तो नीतीश बादशाह की तरह महागठबंधन की सरकार दौड़ाएंगे और हार गए तो तेजस्वी को सहेंगे। साथ ही महागठबंधन के जबरदस्त दबाव उनपर पड़ेगा। उधर भाजपा लुकारी भांजना शुरू कर देगी। नीतीश कुमार का नींद चैन उड़ा देगी।  यदि कुढ़नी उपचुनाव में भाजपा जीत जाती है तो उसे अगले लोकसभा चुनाव लड़ने में बड़ा बल मिल जाएगा। भाजपा को भरोसा हो जाएगा कि वह महागठबंधन को पटखनी दे सकती है। महागठबंधन के सात दल कुढ़नी में भाजपा उम्मीदवार के खिलाफ खम ठोके हैं। मुकाबला काफी रोचक है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 2 दिसंबर को तेजस्वी यादव के साथ चुनाव प्रचार किया। भाजपा से खार खाये पूर्व मंत्री मुकेश साहनी ने भी भाजपा को हराने के लिए अपना उम्मीदवार खड़ा किया है। साहनी ने ऐसा उम्मीदवार दिया है जो भाजपा का वोट काटे। लेकिन साहनी वोट खींच लिया तो उल्टे महागठबंधन को भारी पड़ जायेगा। इस बीच भाजपा के लिए अनुकूल परिस्थितियां यह है कि

आखिर तेजस्वी क्यों पत्रकारों को कहते हैं आप जगदानंद को नहीं जानते। Why Tejaswi always says you people don't know Jagdanand

 पटना। न्यूज़। उपमुख्यमंत्री व राजद के निर्णायक नेता तेजस्वी प्रसाद यादव से जगदानंद सिंह को लेकर जब भी सवाल किया जाता है वे कॉन्फिडेंटली कहते हैं आप सब जगदानंद सिंह को जानते ही नहीं है। आज राजद कार्यालय में पत्रकारों के यह सवाल कि ढाई महीने बाद जगदानंद ऑफिस आये हैं, उन्होंने तपाक से जवाब दिया आप जगदानंद सिंह को जानते ही नहीं है। राजद के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह को लेकर पिछले दिनों अटकलों का बाज़ार गर्म था। जबसे उनके पुत्र सुधाकर सिंह से राज्यमंत्रिपरिषद से इस्तीफा देने के लिए बाध्य किया गया तबसे जगदानंद सिंह नाराज चल रहे थे। ऐसी अटकलें उड़ रही थी वह प्रदेश अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे देंगे पर अंततः तेजस्वी की बात सही हुई। यही कि, आप जगदानंद को जानते ही नहीं। यानी जगदानंद का प्राण लालू के हांथ में है। उसे कोई छीन नहीं सकता है। लालू ही जगदानंद को कुछ कर सकते हैं। बात भी सही है। ज्ञात हो इशारे इशारे में जगदानंद ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की खूब आलोचना की। यहां तक बात फैली कि नीतीश को अब तेजस्वी के लिए ताज छोड़ विपक्षी एकता मुहिम में लग जाना चाहिए। ध्यान रहे नीतीश को मुख्यमंत्री से अलग करने के

भाजपा के मुद्दे को छीन रहे नीतीश. NITISH CATCHING BJP HINDUS ISSUES.

पटना . न्यूज़ .मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भाजपा के मोहक एजेंडे को अपने पाले खींचकर जनता के बीच पासा फेंकना शुरू कर दिया है. भाजपा अंदर ही अंदर कुलबुला रही है। नीतीश ने जोर का झटका धीरे से दिया है। भाजपा को चोट लगी है पर वह ऐसे मुद्दे का विरोध भी नहीं कर सकती. ताजा माम्रला गंगा जल का है। घर घर गंगा का जल पहुँचाने का मुद्दा भाजपा ने उठाया था. पूर्व मंत्री व भाजपा के वरिष्ठ नेता डॉ प्रेम कुमार ने गया में गंगाजल के लिए शिलान्यास भी किया था। प्रेम कुमार तो वर्ष 2020 के पहले ही सत्ता से बेदखल कर दिए गए किंतु वर्ष 2020 के विधानसभा चुनाव में तेजस्वी यादव को पटखनी देने के बाद नीतीश की अगुवाई में एनडीए की सरकार बनी तो गंगा जल का मुद्दा मौन गया। लेकिन जैसे ही तेजस्वी संग नीतीश ने नई सरकार का गठन किया । यहां नया खेला शुरू हो गया।महागठबंधन को भी गंगा याद आ गयी है । जो भी हो यह जनता के फायदा की बात है।   अब सत्ता से भाजपा को हटाकर नीतीश कुमार ने गंगाजल मामले पर अपना नाम लिख दिया. कल राजगीर में गंगा जलाशय के लोकार्पण का पूरा श्रेय नीतीश को मिला है. आज यानि २८ नवम्बर को गया में गंगा जलाशय का लोकार्पण ह

सोनपुर मेला में रंग में भंग। अनामिका को बिहार में कविता पढ़ने से मना किया। Literature defamed in Bihar.

 पटना। न्यूज़। बिहार के सोनपुर मेला का नाम देश ही नहीं एशिया में है। इस बार सोनपुर मेला खूब रंग जमा रहा था, किंतु कवियत्री अनामिका जैन अम्बर को कविता पढ़ने से रोके जाने के कारण सोनपुर मेला के रंग में भंग पड़ गया। अनामिका ने रुंधे गले से पटना एयरपोर्ट पर अपने दुख का बायां किया। 25 दिसंबर को सोनपुर मेला में कवियों के लिए मंच सजा था। देश भर के कवि सोनपुर मेला में चार चांद लगाने आये थे। अनामिका जैन भी मंच पर काव्यपाठ के लिए तैयार हो रही थी। इसी बीच प्रशासन की तरफ से अधिकृत अधिकारी ने अनामिका को काव्य पाठ करने पर प्रतिबंध लगा दिया।  कहा गया अनामिका को छोड़ सभी काव्य पाठ कर सकते हैं। ऐसे फरमान पर सभी कवियों ने मंच छोड़ना उचित समझा। विरोध में किसी ने काव्य पाठ नहीं किया। सोनपुर मेला में नया इतिहास लिखा गया। व्यक्त हो यही अनामिका जैन हैं जिन्होंने  नेहा सिंह राठौड़ के यूपी में का बा का जवाब यह कहकर दिया था कि यूपी में बाबा बा।

बिहार के शराबी चूहे मथुरा पहुंचे, खाया गांजा। Drunken rats of Bihar reached to Mathura

 पटना। (विद्रोही)। न्यूज़। एक चौंकानेवाली खबर है। मथुरा के थाने से 581 किलो गांजा लापता हो गया।इस बाबत जब कोर्ट ने पूछा तो यूपी पुलिस ने जवाब दिया, हुजूर चूहे सभी गांजा खा गए।ये  गनीमत है कि चूहे गांजा नहीं पी रहे हैं। यदि चिलम भी गायब होता तो हो सकता था इसकी चोरी का भी इल्जाम चूहे पर लग जाता। याद हो बिहार में जब वर्ष 2016 में शराबबंदी लागू हुई तो बड़ी मात्रा में शराब बरामद होने लगी। थाने में जब्त कर लिया जाता था। उस समय यहां कोर्ट ने पूछा कि हजारों शराब की बोतलें कहाँ गयी । इस पर बिहार पुलिस ने जवाब दिया था कि हुजूर, चूहे हजारों लीटर शराब पी गए। इतना ही नहीं भागलपुर में एक पुल जब ध्वस्त हुआ तो इसके लिए चूहे पर ठिकरा फोड़ सारे अधिकारी बच निकले। चूहे इतने शक्तिशाली हैं लेकिन जब लड़ाई की बात आती हो तो मनुष्य अपने विरोधियों को चूहे कहकर मजाक बना देता है। आखिर गणेश जी की सवारी भ्रष्ट मनुष्य का कब तक लाज बचाते रहेंगे। भ्रष्टाचारियों को शर्म आनी चाहिए।

आखिर छात्र संघ चुनाव में नीतीश ने जता दिया हम हैं किंगमेकर। chhatra JDU wins 4 posts among 5 in PU election

 पटना। न्यूज़। कभी पटना विश्वविद्यालय में दबदबा रहे लालू यादव का वर्चस्व मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने तोड़ दिया है। पीयू में छात्र संघ चुनाव के मुख्य 5 पोस्ट में छात्र जदयू ने 4 पोस्ट पर परचम लहरा दिया है। भाजपा की अनुषंगी संगठन अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद को एक मात्र महासचिव का पद हांथ लगा है। बताया जाता है कि छात्र जदयू की जीत के पीछे पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता प्रो. रणबीर नंदन की रणनीति और मेहनत रंग लाई है। कायस्थ समाज का कलाम दवात परिषद ने छात्र जदयू के खुलकर समर्थन किया। विश्वविद्यालय में कायस्थ व भूमिहार ब्राह्मण छात्रों की अच्छी खासी संख्या है।छात्र जदयू से अध्यक्ष पद पर जीते आनंद मोहन भूमिहार ब्राह्मण समाज से आते हैं।  छात्र जदयू के आनंद मोहन ने अध्यक्ष पद पर एक बड़े अंतर से विजय प्राप्त किया है जबकि उपाध्यक्ष पद विक्रमादित्य सिंह 13 सौ से अधिक वोट से जीते। संयुक्त सचिव पद पर तो छात्र जदयू की संध्या कुमारी ने 2 हजार से भी अधिक वोट से विद्यार्थी परिषद के प्रत्याशी को परास्त किया तो कोषाध्यक्ष पद पर भी छात्र जदयू के रविकांत ने विद्यार्थी परिषद से लगभग हजार वोट से जीते। जदयू के प्रदेश

आखिर कुर्मी नेता क्यों हैं हासिये पर! Kurmi leaders are not well regarded in his parties before Nitish..

पटना। न्यूज़। नीतीश के आगे किसी भी दल में कुर्मी नेता आगे नहीं बढ़ पाए। लेकिन तेजस्वी को लेकर नीतीश के ताजा बयान से कुर्मियों में नीतीश के विकल्प की भी खोज शुरू हो गयी है। अलबत्ता भाजपा समेत सभी राजनीतिक दलों में यह धारणा बन गयी कि कुर्मी को टिकट देने से कोई फायदा नहीं क्योंकि कुर्मियों का सारा वोट तो नीतीश बंटोर ले जाएंगे। 17 वर्षों से यही होता आ रहा है जबसे नीतीश बिहार में मुख्यमंत्री का ताज पहने हैं। ऐसे में भाजपा समेत सभी दलों में कुर्मी नेता हासिये पर रखे गए हैं। बिहार भाजपा में कई कुर्मी नेता हासिये पर हैं। संगठन में कुछ गैर महत्वपूर्ण पदों का लॉलीपॉप थमा दिया गया है पर विधानपरिषद या राज्यसभा में अन्य जातियों के नेता छाली काट रहे हैं। भाजपा में कुर्मी नेताओं को बयान जारी कर वोट बंटोरने की जिम्मेवारी दी गयी है। पार्टी के डिफेंडर का काम कर रहे हैं लेकिन इस पर भी इनकी टांग खिंचाईं जारी है। राजनीतिक दलों खासकर भाजपा व जदयू ने भी चुनाओं में  अपने दलों से कुर्मी नेताओं को आजमाया पर बाजी नीतीश को ही लगी। वर्ष 2015 के विधानसभा चुनाव में भाजपा ने नीतीश को टक्कर देने के लिए सारे कुर्मी व कुश

अब बिहार में जोरदार खेला होबे। आरसीपी बनाएंगे नई पार्टी, दिया जदयू से इस्तीफा। A new twist in jdu politics.

पटना। न्यूज। नौ वर्षों में 40 बीघा जमीन लिखवाने के मामले प्रकाश में आने के बाद अपनी ही पार्टी द्वारा आरसीपी से स्पष्टीकरण मांगे जाने के बाद जदयू की राजनीति में भूचाल आ गया। बौखलाए आरसीपी ने पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा देकर नई पार्टी बनाने का एलान कर दिया। अब नई राजनीतिक परिस्थियों में बिहार में खेला होबे। जाहिर है आरसीपी भी चिराग पासवान के तर्ज पर नुकसान पहुंचाएंगे। पूर्व केंद्रीय मंत्री आरसीपी सिंह ने अपने सैकड़ो सर्मथकों के साथ जदयू से इस्तीफा दे दिया। उन्होंने प्रदेश अध्यक्ष केनाम भेजे पत्र में कहा कि वे पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा देते है। उनके साथ जदयू के शिक्षा प्रकोष्ठ के पूर्व अध्यक्ष डॉ कन्हैया सिंह व व्यावसायिक प्रकोष्ठ क ेपूर्व अध्यक्ष उपेन्द्र विभूति ने भी अपने पद से इस्तीफा दिया है साथ ही उन्होंने नया संगठन बनाने का संकेत दिया है।आरसीपी सिंह ने कहा कि साजिश के तहत आरोप लगाया गया है। पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कार्यकतार्ओं से भी साथ चलने का आह्वान किया है। आरसीपी सिंह ने कहा कि जदयू डूबता हुआ जहाज है। जदयू में अब बचा क्या है, अब तक जदयू का झोला उठाकर क्या क

ये इमरजेंसी नहीं, अमृतमहोत्सव है! This is the polite of journalists in democracy.

 पटना। न्यूज़। केंद्र सरकार देश मे आजादी का अमृत महोत्सव मना रही है। आजादी के 75 वर्ष पूरे होने पर उत्सव मनाया जा रहा है। दूसरी तरफ सच लिखने वालों को जेल में बंद किया जा रहा है। उसे नंगा किया जा रहा है। ये कैसी आजादी है। 100 बातें आपकी प्रशंसा में लिखे और एक बात अप्रिय सत्य लिख दिया तो कोरे बरसा दिए। नंगा कर दिये और जेल में भेज दिया। यहां बात मध्यप्रदेश में नंगा किये पत्रकारों की नहीं हो रही। ये बात पुरानी हो गयी। बात बलिया की हो रही है जहां मैट्रिक परीक्षा में पर्चा लीक की बात लिख दी तो तीन पत्रकारों को जेल भेज दिया। 12 दिनों से पत्रकार जेल में बंद हैं। दो पत्रकार अमर उजाला के हैं तो एक राष्ट्रीय सहारा का है। बलिया में लगातार विरोध प्रदर्शन हो रहा है। डीएम ने बिना एफआईआर के पत्रकारों को जेल में बंद कर दिया। ये वही बलिया है जहां के मंगल पांडेय ने स्वतंत्रता संग्राम की आग लगाई। पत्रकारों का क्रमिक संघर्ष जारी है। जाहिर है पत्रकारों को जेल में बंद करने के पीछे योगी सरकार का इशारा होगा। मध्यप्रदेश में नंगा किये गए पत्रकारों का हाल भी देख लीजिए।

अपने ऊपर हमले करने वाले को नीतीश ने किया माफ। Nitish forgives attacker

 पटना। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर आज एक युवक ने उस समय हमला कर दिया जब वह बख्तियार पुर में आयोजित कार्यक्रम में भाग ले रहे थे।  इस बाबत जिला प्रशासन का कहना है कि बख्तियारपुर के प्रसिद्ध स्वतंत्रता सेनानी एवं समाजसेवी स्व० पं० शीलभद्र याजी जी की प्रतिमा पर माल्यार्पण करने के दौरान एक व्यक्ति द्वारा सुरक्षा घेरा में घुसकर माननीय मुख्यमंत्री पर हमले का प्रयास किया गया, जिसे पकड़ लिया गया। प्रारंभिक जाँच में पाया गया कि उक्त व्यक्ति का नाम शंकर कुमार वर्मा उर्फ छोटू पिता  श्याम सुन्दर वर्मा, उम्र लगभग 32 वर्ष, अबू मोहम्मदपुर, बख्तियारपुर नगर परिषद् क्षेत्र का रहने वाला है बातचीत करने पर पता चला कि वह मानसिक रूप से अस्वस्थ है। उसके परिजनों ने बताया कि छोटू की दिमागी हालत ठीक नहीं है। कुछ साल पहले वह दो मंजिला छत से कूद गया था तथा एक बार फांसी लगाकर आत्महत्या करने का भी प्रयास कर चुका है। उसकी पत्नी छोड़कर चली गई है और अपने बच्चों के साथ अलग रहती है। सभी पहलुओं को ध्यान में रखकर घटना की जाँच की जा रही है तथा जिम्मेवारी निर्धारित की जा रही है।मुख्यमंत्री  नीतीश कुमार ने उक्त व्यक्ति के विरूद

भाजपा ने सलीके से साहनी को दिखाई औकात। अब वीआईपी फटेहाल। VIP wounded for his deeds

 पटना। मुकेश साहनी ने राजनीति को उर्वर भूमि मानते हुए बिहार में बड़े बड़े विज्ञापन देकर इन्वेस्ट किया। शुरुआत में खूब पैसे खर्च किये। एनडीए को पार्टनर बनाया। भाजपा ने अपनी उंगली पकड़ाई और इस उंगली  पकड़कर साहनी ने भाजपा की गर्दन पकड़नी चाही।पिछले विधानसभा चुनाव में भाजपा ने अपने कोटे से 11 सीटें दी। मुकेश साहनी के ऊपर टिकट बेचने का आरोप लगा 3- 3करोड़ की बोली लगी। बेबी कुमारी ने साहनी पर टिकट बेचने का आरोप लगाया। ज्ञात हो कि पिछली बार समझौते के दौरान बेबी कुमारी की सीट बोचहा को मुकेश साहनी को दे दी गयी थी। तबसे भाजपा की नेता बेबी कुमारी बोचहा पर नजर  बैठाई थीं। इस बार उपचुनाव में भाजपा ने बोचहा सीट से बेबी कुमारी को उम्मीदवार घोषित कर दिया। मुकेश छटपटा गए और भाजपा को सबक सिखाने के लिए रमई राम की  बेटी गीता कुमारी को बोचहा से टिकट दे दिया। एनडीए में रहते हुए भाजपा से बैर मुकेश साहनी की अपरिपक्वता दर्शायी। भाजपा ने वीआईपी कोटे के तीन विधायको को अपनी पार्टी शामिल कर लिया। मुकेश की हैकरी शांत कर दी। मुकेश साहनी भी अब चंद दिनों के मंत्री हैं। मुकेश ने पहले मुम्बई फिल्मी दुनिया मे इन्वेस्ट किया। इस

बिहार के बोचहा सीट को लेकर मुकेश साहनी की नोचानोची। BJP taught lesson to Sahni

 पटना। न्यूज़। भाजपा ने बोचहा सीट से अपना अधिकृत उम्मीदवार की घोषणा कर वीआईपी नेता मुकेश साहनी की हैकरी झाड़ दी है। मुकेश साहनी ने बोचहा सीट के लिए अपनी  दावेदारी ठोकी थी और एक तरह से भाजपा को खुली चुनौती दी थी कि इस सीट अपना उम्मीदवार घोषित कर दिखाए। मुकेश साहनी ने उत्तरप्रदेश में अपने उम्मीदवार खड़े कर भाजपा को हराने के काम किया। साहनी ने बयान भी जारी किया था कि उनका मकसद भाजपा को हराना है। भाजपा ने आज बोचहा सीट से बेबी कुमारी को अपना उम्मीदवार घोषित किया है। जाहिर है साहनी भी यहां से अपना उम्मीदवार अवश्य देंगे। ऐसे में एनडीए के घटक दलों के बीच टकराहट बढ़ेगी। यह भी तय है कि या तो वीआईपी भाजपा के समक्ष सरेंडर करेगी या अलग रास्ता नापेगी। दूसरे विकल्प की अधिक उम्मीद है।

तो भाजपा के अधिकृत नेता को शिकस्त देंगे सच्चिदानन्द ! Sachidanand tries to win sentiment of Chhapra

 पटना। न्यूज़। भजपा के वरिष्ठ नेता व पूर्व विधान पार्षद सच्चिदानन्द  राय ने विधान परिषद चुनाव के लिए पार्टी से उम्मीदवार नहीं बनाए जाने पर पार्टी के अधिकृत उम्मीदवार के खिलाफ खम ठोक दिया है। उन्हें जोरदार समर्थन भी मिल रहा है। उन्होंने भावुक अपील करते हुए सोशल मीडिया पर कहा कि छपरा (सारण) के कुछ विशेष नेताओं के कुचक्र का शिकार ना हो जाऊं इसके लिए मैंने आज भी  पुनः नामांकन दाखिल किया है। कुछ लोगो को मेरी बढ़ते जनसमर्थन पसन्द नही आ रही थी, जिसके लिए वे किसी भी स्तर की ओछी राजनीति कर सकते है। मैंने विधिवत रूप से कल 14 मार्च को अपना नामांकन प्रपत्र निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में भरा था परंतु मेरे नामांकन पत्र को रद्द कराने की पुरजोर कोशिश करने की सूचना मिली, हालांकि मुझे चुनाव आयोग और प्रशासन पर भरोसा था फिर भी जनप्रतिनिधियों के दबाव में मैंने अपना पुनः नामांकन कराया है। जिस तरह पार्टी के शीर्ष नेतृत्व को गुमराह कर कुछ राजनेता सारण जिले में भाजपा को कमजोर करने के लिए मुझे टिकट से वंचित कराया, उन्हें भय है कि मेरे रहते राजनीति का बाजारीकरण नहीं हो सकता , लोग जात धर्म में नही बंट सकते , इसलिये

बीजेपी चुप।विपक्ष नीतीश से मांफी मांगने पर अड़ा। Opposition demanding Nitish appology

 पटना। न्यूज़। एनडीए ने इस बार विपक्ष को बना बनाया मुद्दा दे दिया है। जिस जंगलराज व  राजद के शासनकाल को हवाला देकर बीजेपी और जदयू के नेता अपनी छवि चमकाते रहे हैं वही बीजेपी व जदयू इस बार अपने आचरण से विपक्ष के आगे बैकफुट पर है। राज्यसरकार की कोशिश है कि विपक्ष पर डोरे डाल सदन को सुचारू रूप से चला ले। अलबत्ता आज विधानसभा की कार्यवाही समय पर शुरू हो गयी। विधानसभा अध्यक्ष भी पधारे। विपक्ष की मांग पर अपना पक्ष भी रखा पर विपक्षी सदस्य मुख्यमंत्री नीतीश के वक्तव्य पर अड़े रहे। राजद सदस्यों ने नीतीश कुमार से मांफी मांगने की शर्त रख दी है। नहीं मानने पर पूरा विपक्ष सदन का बॉयकॉट किया। कार्यवाही 2 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गयी  

बिहार भाजपा नीतीश के आगे बौना! अब कुछ खेला होगा।Bihar BJP feeling demoralize before Nitish leadership

 पटना। न्यूज़। पूरे देश में भाजपा की भले जय जयकार हो रही हो पर बिहार में भाजपा के समस्त नेता नीतीश के आगे बौना महसूस कर रहे हैं। प्रदेश नेताओं की पीड़ा है कि केंद्रीय नेतृत्व नीतीश के आगे उनकी एक भी नहीं सुनता। लिहाजा भाजपा के नेता लगातार बिहार में जलालत झेल रहे हैं। प्रदेश अध्यक्ष रिलीज जारी कर नीतीश के भय से वापस ले लेते हैं। बहरहाल नीतीश व विजय सिन्हा के ताजा मामला को लेकर  प्रदेश भाजपा अंदर ही अंदर घुट रही है पर पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व के डर से आह भी नहीं प्रकट कर रही है। बिहार विधानसभा में कल जो भी हुआ वह गठबंधन के साथी के लिए ठीक नहीं है। पहली बार कोई मुख्यमंत्री विधानसभा अध्यक्ष को इतने कड़े लहजे में चेताया होगा। यह भी एक इतिहास ही है। मामला बहुत गंभीर है । यह देखना है कि भाजपा का शीर्ष नेतृत्व इस मामले को किस तरह सुलझाने की कोशिश करता है। यूपी तो भाजपा के हांथ आ गया है पर बिहार फिसलने का डर बन गया है। नीतीश के पास ऐसी बूटी है जिससे सत्ता की धुरी उनके इर्द गिर्द घूम रही है जबकि जातीय समीकरण उनके पक्ष में नहीं है। 43 सीटें लेकर भाजपा व राजद को बैकफुट पर रखे हुए हैं। कहने के लिए ब

नीतीश ने चेताया ऐसे नहीं चलेगा तो अध्यक्ष बोले आप ही बताइए कैसे चलेगा। Word war between Nitish and Vijay Sinha

 पटना। न्यूज़। विधानसभा में आज मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और विधानसभा अध्यक्ष विजय कुमार सिंहा के बीच जोरदार शब्दयुद्ध छिड़ गया। दोनों की ओर से शब्दों के तीर चले। मुख्यमंत्री ने अपनी सरकार व मंत्री विजेंद्र यादव का बचाव किया और सीधे विधानसभा अध्यक्ष को चेतावनी भरे लहजे में कहा सदन ऐसे नहीं चलेगा, आप ऐसे नहीं चला सकते। मुख्यमंत्री के शब्दों पर पर भाजपा कोटे से बने विधानसभा अध्यक्ष विजय कुमार सिन्हा ने दो टूक शब्दों में सीएम को कहा, आप ही बता दीजिए कैसे चलेगा। मुख्यमंत्री और विधानसभा अध्यक्ष में करीब 10 मिनट तक शब्दों के तीर चलते रहे। मामला कुछ इस तरह का है। आज विधानसभा में भाजपा सदस्य संजय श्रावगी ने विधानसभा अध्यक्ष के क्षेत्र लखीसराय से संबंधित मामले को उठाते हुए राज्य सरकार को कानून व्यवस्था मामले में कटघरे में खड़ा कर दिया। उन्होंने कहा कि  निर्दोष को जेल मे बंद कर दिया और दोषी बाहर है। दोषी के घर की कुर्की जब्ती कब होगी।पुलिस कोई करवाई नहीं कर रही है। इस पर सरकार की तरफ से प्रभारी गृह मंत्री बिजेंद्र प्रसाद यादव ने कहा कि का। का। कमिटि इस बारे में जांच कर रही है। उत्तर से असंतुष्ट सदस्य

योगी को मिल गया नमो का आशीर्वाद। Yogi Adityanath going to take oath

 लखनऊ। न्यूज़। योगी आदित्यनाथ को पीएम नरेंद्र मोदी का आशीर्वाद मिल गया है। योगी आदित्यनाथ ने आज दिल्ली जाकर पीएम, पार्टी अध्यक्ष और गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की। पीएम ने आज फेसबुक वॉल पर कहा, आज MYogiAdityanath जी से भेंट हुई। उन्हें उत्तर प्रदेश चुनाव में मिली ऐतिहासिक जीत की बधाई दी। बीते 5 वर्षों में उन्होंने जन-आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए अथक परिश्रम किया है। मुझे पूर्ण विश्वास है कि आने वाले वर्षो में वे राज्य को विकास की और अधिक ऊंचाइयों पर ले जाएंगे।

बाबा ही आएंगे, मृणाल मयंक की भविष्यवाणी सही, सीटों की संख्या भी सटीक। Jyotish prediction comes true

नई दिल्ली। न्यूज़। एक बार फिर ज्योतिषाचार्य मृणाल मयंक की भविष्यवाणी शत प्रतिशत सही साबित हुई। बाबा तो यूपी में आये ही साथ ही सीटों की संख्या भी सटीक बैठी। यूपी चुनाव से चार पांच महीने पहले ही मृणाल मयंक ने ज्योतिष गणना के आधार पर भविष्यवाणी कर दी थी कि यूपी में योगी आदित्यनाथ ही सत्ता में आएंगे। साथ ही भाजपा को 250 से 275 सीटें मिलेंगी। मृणाल मयंक ने योगी जी का हांथ देखकर बात दिया था कि इनका शनि बहुत स्ट्रॉग है जिसे मार्च अप्रैल तक पराजित करना असंभव है। आखिर आज जब यूपी का रिजल्ट आया तो पूर्व भविष्यवाणी के अनुसार बीजेपी को उतनी ही सीटें आयीं। ज्ञात हो कि इसके पहले मृणाल मयंक ने प्रधनमंत्री नरेंद्र मोदी, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल व पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के सत्ता में आने संदर्भ में सटीक भविष्यवाणी की थी।

एक बार फिर ज्योतिष की गणना सटीक। योगी का योग प्रबल

 नई दिल्ली/ लखनऊ। यूपी चुनाव से चार महीने पहले ही ज्योतिषाचार्य मृणाल मयंक ने भविष्यवाणी कर दी थी कि यूपी में बाबा ही आएंगे। आज उनके गणना के इर्द गिर्द ही एग्जिट पोल का अनुमान सामने आया है। मृणाल मयंक ने योगी आदित्यनाथ का हांथ देखकर बता दिया कि बाबा का शनि बहुत स्ट्रांग है। कोई विपक्ष डिगा नहीं सकता। मृणाल मयंक ने ग्रह नक्षत्रों और औघरों के सिद्ध कथन के आधार पर भविष्यवाणी कर दी थी कि बाबा को 250 से 270 के बीच सीटें मिलेंगी। ज्ञात हो कि इसके पहले मृणाल मयंक ने केजरीवाल व ममता बनर्जी के बारे में सटीक भविष्यवाणी की थी। साथ ही वर्ष 2014 और वर्ष 2019 में नरेंद्र मोदी की पीएम पद पर ताजपोशी की भविष्यवाणी की थी। सभी सही साबित हुए। रिजल्ट के बाद योगी आदित्यनाथ ने मृणाल मयंक को बुलाया है।

पटना हाई कोर्ट ने मुंबई के सेबी अधिकारी को किया तलब। सहारा के दर्द को पटना हाई कोर्ट ने समझा। SEBI official summoned by Patna High Court

पटना ( न्यूज़): सहारा इंडिया परिवार ने मंगलवार को सहारा इंडिया परिवार के लिए मंगल निर्देश जारी कर मुंबई के जिम्मेवार सेबी अधिकारी को 28 मार्च को तालाब किया है। सहारा ने माननीय पटना हाई कोर्ट के समक्ष कहा कि सेबी के पास जो रु . 24,000 करोड़ से अधिक की धनराशि जमा है , वह सहारा ग्रुप कंपनीज़ के निवेशकों के पुनर्भुगतान के लिए है । किंतु निवेशकों को सेबी से भुगतान नहीं मिला है और यह धनराशि सेबी के पास व्यर्थ पड़ी है । विगत् 09 वर्षों में सेबी ने निवेशकों को केवल रु . 128 करोड़ का ही पुनर्भुगतान किया है । माननीय सर्वोच्च न्यायालय द्वारा पारित आदेश में समूह की अन्य कंपनियों के निवेशकों की देनदारी चुकाने के प्रति कोई रोक नहीं है । माननीय पटना उच्च न्यायालय द्वारा जारी सम्मन के अनुसरण में सहारा की ओर से न्यायालय के समक्ष उपस्थित हुए वरिष्ठ अधिवक्ता श्री उमेश प्रसाद सिंह ने एक लिखित उत्तर में यह बात कही । इसके साथ ही यह तर्क भी दिया गया कि माननीय सर्वोच्च न्यायालय या किसी अन्य न्यायालय द्वारा सेबी को सहारा की दो कंपनियों के अलावा अन्य कंपनियों / सोसाइटियों के निवेशकों को पुनर्भुगतान करने से रोकने

First time SEBI on back foot. Patna High Court summoned SEBI official on Sahara strong plea

 investors out Rs . 24,000  Responsible officer from the Head office of SEBI at Mumbai be present in the Court on 28.03.2022 to answer, says Patna High Court Patna. (News). Sahara India Pariwar , on 8 th March in Patna High Court submitted that more than 24,000 Crore  are lying deposited with SEBI , for making repayment to the investors of Sahara Group Companies . However , the investors are not paid by SEBI and the money is lying idle with it . SEBI has made repayment to the investors only about Rs.128 Crores in last nine years . There is no bar in the order passed by Hon'ble Supreme Court that SEBI will not make repayment to the investors of other Group Companies . This was submitted by Shri Umesh Prasad Singh , Senior Advocate appearing before the Court on behalf of Sahara in a written response in pursuance of the summons issued by Hon'ble Patna High Court . It was also argued that there is no impediment or order passed by Hon'ble Supreme Court or any other Court restrai

यूपी में जोड़तोड़ से बीजेपी और सपा दोनों की सरकार बनने की उम्मीद!। एसपी सबसे बड़ी पार्टी। SP may emerge single largest party

 लखनऊ। न्यूज़। यूपी में सातों चरण का चुनाव हो चुका है। वास्तविक रिजल्ट तो10 मार्च को निकलेगा किन्तु रुझान के मुताबिक समाजवादी पार्टी सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभर रही है।  पूर्ण बहुमत की उसे भी दरकार रहेगी किन्तु कांग्रेस व मायावती सपा की नैया पार लगा सकती हैं। अनुमान के मुताबिक यूपी की 403 सीटों में सपा को 192, बीजेपी को 187, बीएसपी को 13 और कांग्रेस को 11 सीटें मिलने की उम्मीद हैं। सपा के साथ उनके गठजोड़ के साथी शामिल हैं। यदि बीएसपी और कुछ निर्दलीय जैसे राजा भैया साथ आ जाएंगे तो फिर बीजेपी की भी सरकार बन जाएगी। अलबत्ता सपा और बीजेपी दोनों की सरकार बनने की उम्मीद है। उत्तराखंड की बात करें तो यहां भाजपा नेता खुद निराश हैं। कांग्रेस की बढ़त रहेगी। प्रथम चरण 58 सीटें। इसमें सपा व उसके गठबंधन को 36 तथा बीजेपी को 18। कांग्रेस 2 और बीएसपी 2 द्वितीय चरण 55 सीटें । सपा को 38 तथा बीजेपी को 13 सीटें। कांग्रेस 2 और बीएसपी 2 तृतीय चरण 59 सीटें। सपा को 31 । बीजेपी को 24 सीटें। बीएसपी 3 और कांग्रेस 1 चौथा चरण 60 सीटें । बीजेपी 30 सीटें और सपा को 25 सीटें। कांग्रेस 3 और बीएसपी 2 पांचवा चरण  60 सीटें।

30 फ़ीट सड़क पर 7 मंजिल से अधिक बिल्डिंग खड़ी की तो खैर नहीं। New building bylaws prohibits 7 th floor building on 30 feet wide road

पटना ( न्यूज़) बिहार भवन उप विधि 2014 में संशोधन की स्वीकृति प्रस्ताव पर पिछले दिनों  मंत्रिपरिषद् की मंजूरी मिल जाने से धोखेबाज बिल्डरों की नींद उड़ गई है। अब नए नियम का उल्लंघन हुआ तो उसका हस्र नोएडा के सुपरटेक बहुमंजिले इमारत की तरह होगा। सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर 40 मंजिले सुपरटेक बिल्डिंग गिराई जा रही है। राजधानी पटना में भी कई धोखेबाज बिल्डर जनता को ठगने में जुटे हैं।  पहले कॉलोनी बसने के नाम पर जनता को जमीन बेची और जमीन मंहगी हो जाने पर उसकी जमीन हड़पने की कोशिश कर रहे हैं। नियम कानून को तक पर रखकर बिल्डिंग खड़ी कर रहे हैं। यदि जनता कोर्ट में शिकायत ठोक दे तो ऐसी बिल्डिंग भी जमींदोज कर दी जाएंगी। पटना में एम्स के पास ऐसे कई ठग हैं। नाम भगवान का पर काम शैतान का। मोलोनी भगवान के नाम पर काम नटवरलाल का। इसकिये सावधान। हरि हरि जपने वालों से सावधान भाई! बिहार के उपमुख्यमंत्री -सह- मंत्री, नगर विकास एवं आवास विभाग  तारकिशोर प्रसाद ने बताया कि नए बिल्डिंग बायलॉज की कैबिनेट से मंजूरी मिल जाने से शहरी क्षेत्रों में निर्माण को लेकर  खासतौर पर ऊंची इमारतों के निर्माण कार्य को प्रोत्साहन मिलेगा

Patna High Court Employee Convicted by Special Excise Court Patna

Patna ( News). Special Court Excise Patna on Friday  held two accused guilty under 37(b) of Bihar Prohibition and Excise (Amendment) Act 2018 . Although quantum of punishment to be pronounced on 4.2.22 Convict Sujeet Kumar is employee of Patna High Court.During the Covid -19 period , all trials and trial under Bihar Prohibition and Excise (Amendment )Act 2018 was halted by notice issued by  Hon’ble Patna High Court and only urgent / bail matters were being heard for almost two years in Vitual / Physical cum virtual Courts .  Almost after two years, the Special Excise Court at Patna Civil Court started functioning in pure physical mode and hence the trial in cases related to Bihar Prohibition and Excise (Amendment Act) 2018 also began and gathered momentum. As a result of which final Judgment was pronounced   by Special Judge Excise (Patna) Shri  Rajiv Ranjan Kumar  today  I.e 25.2.22 in Kotwali P. S Case No 316/17, . Name of Accused - 1)Sujeet  Kumar  2) Md . Wakil Both were caught on

यूक्रेन में फंसे बिहारवासियों को बिहार लाने के लिए राज्य सरकार पूरी तरह प्रतिबद्ध: नीतीश.

 पटना। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि यूक्रेन में जारी वर्तमान संकट के मद्देनजर वहां फंसे बिहारवासियों को बिहार लाने के लिए राज्य सरकार पूरी तरह प्रतिबद्ध है। बिहार के स्थानिक आयुक्त को विदेश मंत्रालय के अधिकारियों से समन्वय कर समुचित कार्रवाई करने का निर्देश दिया गया है। केन्द्र सरकार ने यूक्रेन में फंसे भारतीयों को वापस लाने के लिए विशेष विमान भेजने का फैसला लिया है।  कल यूक्रेन से बिहारवासियों को लेकर दो विमानों के मुम्बई और दिल्ली में आने  की सूचना मिली है। राज्य सरकार ने निर्णय लिया है कि वहां से बिहार आने वाले लोगों का सम्पूर्ण किराया राज्य सरकार देगी।इसी बीच उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद ने कहा कि  यूक्रेन और रूस के बीच जारी जंग के कारण यूक्रेन में फंसे बिहारियों की सुरक्षित वापसी के लिए बिहार सरकार हर संभव प्रयास कर रही है।  बिहार के उपमुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार सरकार के अधिकारी यूक्रेन में फंसे राज्य के छात्रों एवं नागरिकों की सुरक्षित वापसी के लिए दूतावास एवं विदेश मंत्रालय के लगातार संपर्क में हैं।     उपमुख्यमंत्री ने ऐसे कई छात्रों और नागरिकों के परिजनों से दूरभाष पर ब