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Showing posts from May, 2021

तो मांझी डगमगाएँगे एनडीए की नाव! Manjhi cautions NDA boat

 पटना। न्यूज़। राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव की जबसे जेल से रिहाई हुई है बिहार में राजनीति के सुर भी बदलने लगे हैं। मांझी ने एक अलग राग छेड़ दिया है। जहां भाजपा के सभी नेता नमो नमो कर रहे हैं वहीं बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री व एनडीए के पार्टनर जीतन राम मांझी ने एक तरफ से पीएम नरेंद्र मोदी के खिलाफ नई हवा दे दी है। ट्वीट तो ट्रेलर है। इसके पीछे बड़ी राजनीति है। मांझी ने ट्वीट कर कहा कि वैक्सीन के प्रमाणपत्र में पीएम के स्थान पर राष्ट्रपति का फोटो होना चाहिए। मांझी के इस बयान के काफी गुढ़ मायने हैं। हो सकता है मांझी के अंदर की चाहत पूरी नहीं हो रही हो। लेकिन सीधे नमो पर अटैक एक बड़ी राजनीति का संकेत दे रहा है। बिहार में 10 विधायकों के हेरफेर से बड़ा खेला हो सकता है।

मुर्दों की बस्ती में अस्पतालों का अट्हास। पारस की पीड़ित महिला मरी। state of dead!

 पटना। न्यूज़। ( विद्रोही)। आखिर वही हुआ जो होना था। पारस अस्पताल में पीड़ित महिला ने दम तोड़ दिया। उसके साथ बलात्कार हुआ या नहीं, छेड़ छाड़ हुई या नहीं सारे तथ्यों को जनता उसकी जुबानी नहीं सुन सकी। पीड़ित महिला की बेटी को उम्मीद थी कि उसकी माँ ठीक होकर आपबीती सुनाएगी। तो क्या खेल खत्म। या नए अंदाज में शुरू होगा। क्या जान गवां चुकी महिला की बेटी अस्पताल के खिलाफ एफआईआर कराएगी। क्या नीतीश सरकार को यह सब नहीं दिख रहा है, जबकि मृत महिला कल्याण बिगहा की रहनेवाली थी। यह नीतीश कुमार का पैतृक गांव है। आखिर जब तक एफआईआर या शिकायत दर्ज नहीं होगी तो अस्पताल के खिलाफ कारवाई कैसे होगी। क्या लड़की के साथ कोई डीलिंग हुई है।  फिलहाल लड़की अकेले है। पटना के बांस घाट पर पर मृत माता के साथ विलाप कर रही है। बिहार में कई तरह की राजनीति चल रही है। जायज नाजायज पर ध्यान न देकर यह देखा जा रहा है कि कहीं उसे फायदा न हो जाये। अपने हित लाभ को देखकर तेजस्वी ने पप्पू यादव से दूरियां बढ़ा  ली। राजद को भय हो गया कि उसके वोट बैंक में सेंध लग जायेगा। सरकार भी यही चाह रही थी। विपक्ष की आवाज बंट गयी। अब देखिए पारस मामले में ऊंट

तो पारस हॉस्पीटल में कोरोना पीड़ित महिला की आवाज का गला घोंट दिया गया। victim voice managed to keep mum

 पटना। न्यूज़। ( विद्रोही)। पटना के पारस अस्पताल में 17 अप्रैल को एक कोरोना पीड़ित महिला की अश्मिता से खेलने का मामला तेजी से वायरल हुआ था। खुद पीड़ित महिला की बेटी ने अपनी माता का वीडियो बनाकर सर्वजनिक किया था। किन्तु आज 18 अप्रैल उस मामले में अचानक नरमी आ गयी। पीड़ित महिला की बेटी ने अब तक कोई शिकायत नहीं दर्ज की है। उसका कहना है कि फिलहाल उसकी माँ वेंटिलेटर पर है और वह ठीक होकर खुद  बयान देगी। समझ लीजिए पूरी तरह मामले को मैनेज कर लिया गया। जो अस्पताल की छवि है उसे देखते हुए अनुमान लगाया जाता है कि अब पीड़ित महिला का बचना ही मुश्किल है। तो फिर बयान आएगा ही नहीं। पीड़ित महिला की बेटी में भी उस रोशन की पत्नी की तरह आग नहीं है जिसने भागलपुर और पटना के राजेश्वर अस्पताल को कटघरे में खड़ा कर दी । हम चाहते हैं कि ईश्वर पारस अस्पताल के पीड़ित महिला को लंबी जिंदगी दे। इसी बीच पप्पू यादव के नेतृत्व वाली जाप पार्टी की महिला विंग ने पारस अस्पताल पर धावा बोल दिया। जाप महिला मोर्चा की राष्ट्रीय अध्यक्ष रानी चौबे ने अपने कार्यकर्ताओं के साथ पीड़ित महिला को न्याय दिलाने के लिए अस्पताल पहुंच गई। उन्होंने कहा