पटना। न्यूज़। हाल के विधानसभा चुनाव में सीटों के मामले में तीसरे स्थान पर पहुंचने के बाद नीतीश कुमार ने आज राजनीतिक रणक्षेत्र में नया पासा फेंक कर आरसीपी सिंह को पार्टी का अध्यक्ष बना दिया। नीतीश के इस तीर से कई निशाना साधेंगे! अभी तक आरसीपी जदयू के राष्ट्रीय संगठन महामंत्री थे और आज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष बन गए। जदयू के इस संगठनात्मक फेरबदल के कई मायने है पर अंतिम बाजी नीतीश के हांथ ही रहेगी। नीतीश का नया कदम इशारा कर रहा है कि प्रदेश की राजनीति में कई उलटफेर होने वाला है। ताजा कदम से संदेश दिया गया है कि नीतीश कुमार अब पूरी तरह सरकार पर ध्यान देंगें और पार्टी के नालिस व नखरे देखने की जिम्मेवारी आरसीपी चली गयी। मतलब यह भी निकाला जा सकता है कि हालिया चुनाव में पार्टी की करारी हार की जिम्मेवारी अपने ऊपर लेते हुए नीतीश कुमार ने राष्ट्रीय अध्यक्ष पद त्याग दिया। यह तो साफ सुथरा सहज संदेश है। लेकिन राजनीतिक विश्लेषकों की राय में नीतीश ने अपने एक तीर से कई निशाना साधा है। पहला तो आरसीपी अब बिहार की राजनीति में बांध दिए गए। केंद्र की सरकार में शामिल होने के दरवाजे बंद कर दिए गए। अब पार