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Showing posts from December, 2020

नीतीश अब आरसीपी के 'तीर'से साधेंगे कई निशाना!

 पटना। न्यूज़। हाल के विधानसभा चुनाव में सीटों के मामले में तीसरे स्थान पर पहुंचने के बाद नीतीश कुमार ने आज राजनीतिक रणक्षेत्र में नया पासा फेंक कर आरसीपी सिंह को पार्टी का अध्यक्ष बना दिया। नीतीश के इस तीर से कई निशाना साधेंगे! अभी तक आरसीपी जदयू के राष्ट्रीय संगठन महामंत्री थे और आज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष बन गए। जदयू के इस संगठनात्मक फेरबदल के कई मायने है पर अंतिम बाजी नीतीश के हांथ ही रहेगी। नीतीश का नया कदम इशारा कर रहा है कि प्रदेश की राजनीति में कई उलटफेर होने वाला है। ताजा कदम से संदेश दिया गया है कि नीतीश कुमार अब पूरी तरह सरकार पर ध्यान देंगें और पार्टी के नालिस व नखरे देखने की जिम्मेवारी आरसीपी चली गयी।  मतलब  यह भी निकाला जा सकता है कि हालिया चुनाव में पार्टी की करारी हार की जिम्मेवारी अपने ऊपर लेते हुए नीतीश कुमार ने राष्ट्रीय अध्यक्ष पद त्याग दिया। यह तो साफ सुथरा सहज संदेश है। लेकिन राजनीतिक विश्लेषकों की राय में नीतीश ने अपने एक तीर से कई निशाना साधा है। पहला तो आरसीपी अब बिहार की राजनीति में बांध दिए गए। केंद्र की सरकार में शामिल होने के दरवाजे बंद कर दिए गए। अब पार

राजनीति में कोई अपना नहीं, नीतीश के 6 विधायक भाजपा में शामिल

 पटना। न्यूज़। चौंकिये नहीं। यह मामला बिहार का नहीं, अरुणाचल प्रदेश का है। बिहार में तो भाजपा और जदयू की दोस्ती के बदौलत सरकार खींच रही है और वहीं अरुणाचल प्रदेश में जदयू के 6 विधायक नीतीश का साथ छोड़कर भाजपा संग चले आये। अरुणाचल के 7 जदयू विधायको में 6 टूट गए। महज एक विधायक नीतीश के साथ है।   हाल ही में बिहार में बसपा का एक विधायक जदयू के साथ चला आया है। राजनीति सौदेबाजी का हिस्सा हो गयी है। जहां अधिक फायदे दिखते हैं नेता वहीं खिसक लेते हैं। वहीं पार्टी के मुखिया कमजोर विधायकों की जमकर शोषण करते हैं। दबंग को मंत्री बना देते हैं। 

पीके ने लगा दी बाजी,पश्चिम बंगाल में दहाई को पार करने में तरस जाएगी भाजपा

  पटना। न्यूज़। कभी भाजपा की नैया पार लगाने वाले प्रशांत किशोर,पीके ने दावा कर दिया है कि भाजपा लाख जोर आजम ले पश्चिम बंगाल में उसकी दाल गलनेवाली नहीं है। भाजपा को पश्चिम बंगाल की 294 सीटों में दहाई पार करने को लाले पर जाएंगे। इस तरह भाजपा सत्ता में नहीं आ सकती। हो सकता है उसे 10 seats भी नहीं मिले। यानी किसी हालत में 99 सीट को भाजपा नहीं पार कर पाएगी। राजनीति के चाणक्य कहे जाने वाले पीके ने ट्वीट कर साफ कह दिया है कि लाख कार्यस्तानी के बावजूद भाजपा पश्चिम बंगाल में दहाई भी नहीं छू पाएगी। पीके ने दावा किया है कि यदि भाजपा दहाई का आंकड़ा पर गयी तो वह ट्विटर छोड़ देंगे। हाल ही में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की सभा में तृणमूल कांग्रेस के 10 विधायकों ने पार्टी छोड़ भाजपा का दामन थाम लिया था। अमित शाह की इस सभा के बाद ममता बनर्जी खेमे में खलबली मच गई है। पश्चिम बंगाल में पीके ममता बनर्जी के चुनाव प्रबंधक है। डबल डिजिट यानी भाजपा को 10 सीट को भी पार नहीं कर सकती है या वह ज्यादा से ज्यादा 99 सीट तक पहुंचे। पश्चिम बंगाल में मुस्लिमों की संख्या करीब 30 फीसदी तक है। एनआरसी जैसे कुछ मामले हैं जो मम

भाजपा ने किसान आंदोलन की चिंगारी रोकने को छोड़े सारे घोड़े

  पटना। न्यूज़। विद्रोही। भाजपा ने किसान आंदोलन की चिंगारी रोकने के लिए अपने सारे घोड़े छोड़ दिए हैं। देश के सभी राज्यों में भाजपा के मंत्री, संसद, विधायक से लेकर बूथ स्तर के कार्यकर्ता विवादित कृषि कानून के बारे में दर दर सफाई दे रहे हैं। वहीं किसानों के हौसले देख सरकार की सांसें फूलने लगी है।  बिहार की बात करें जहां एनडीए की सरकार है। भाजपा सरकार की हिस्सा है वहां भाजपा नेताओं को विशेष ड्यूटी दी गयी है। भाजपा के मंत्री किसान चौपाल लगाकर तीन नए कृषि कानून के बारे में समझा रहे हैं। बक्सर में चौपाल लग रहा है। राजधनी पटना में चौपाल लग रहा है। मंत्री, विधायक समेत कार्यकर्ता की जुबां पर कृषि कानून के गीत हैं। जब से किसान आंदोलन के दौरान एक आंदोलनकारी ने किसानों के समर्थन में अपने को गोली मारी है तब से केंद्र सरकार की धड़कने बढ़ने लगी है। जानकारी के मुताबिक किसान आंदोलन में अब तक करीब 20 किसानों की तबियत खराब होने से मौत हो चुकी है। आंदोलन को लेकर केंद्र सरकार ने किसान नेताओं से कई दौर की वार्ता हो चुकी है पर परिणाम शून्य रहा। किसान तीनों कृषि कानून को निरस्त करना चाहते हैं। सरकार भी कानून में स

फर्जी डिग्री पर बने शिक्षकों को जेल का बन रहा मुहूर्त। पटना हाइ कोर्ट ने नीतीश सरकार से मांगा जवाब

पटना। न्यूज़। पटना हाईकोर्ट ने फर्जी डिग्री पर मलाई काट रहे शिक्षकों के मामले में गंभीर रुख अख्तियार कर लिया है। हजारों शिक्षक फर्जी डिग्री पर शिक्षक बनकर योग्य व मेधावी युवाओं का भविष्य अंधकार में डाल दिये हैं। जानकारी के मुताबिक चीफ जस्टिस न्यायमूर्ति संजय करोल की अध्यक्षता वाली खंडपीठ ने रंजीत पंडित की जनहित याचिका पर फर्जी डिग्री पर बने शिक्षकों के मामले में चिंता जताते हुए कड़ा फैसला सुनाया है। 9 जनवरी को सरकार को  जवाब देने के लिए निर्देश दिया है। राज्य सरकार को यह आखिरी मोहलत दी गई है।याचिकाकर्ता के अधिवक्ता दीनू कुमार ने अदालत को बताया कि राज्य के स्कूलों में बड़े पैमाने पर फर्जी डिग्री के आधार पर शिक्षक नौकरी कर रहे हैं। कोर्ट को बताया गया कि ऐसे शिक्षकों की संख्या लाख में हो सकती है। निगरानी विभाग की ओर से कहा गया कि कथित फर्जी डिग्री पर बने शिक्षकों के मामले की जांच में बाधा का सामना करना पड़ रहा है। फर्जी डिग्री पर बने शिक्षकों का फोल्डर भी पूरे तौर पर उपलब्ध नहीं कराया गया है। 9 जनवरी को पूरे मामले पर जवाब देना है।

किसान फॉरवर्ड, सरकार आज न कल बैकफुट पर

 पटना। न्यूज़। विद्रोही। देश में किसान आंदोलन नरेंद्र मोदी सरकार के सारे पूण्य कार्यों पर पलीता लगा सकती है। ये शाहीन बाग का आंदोलन नहीं है कि जिसके विरोध में देश की अधिकतर जनता खड़ी हो गयी थी। ये किसान आंदोलन है जिसके समर्थन में रोज लोग सड़कों पर निकल रहे हैं।  प्रश्न यह उठता है कि भाजपा को जब अकेले अपने बलबूते संसद में 303 सांसदों का समर्थन प्राप्त है तो उसे किसानों के लिए स्वयम्भू नेता बनने की क्या जरूरत थी। बिहार में भी एनडीए की सरकार बन गयी है।केंद्र में अच्छी खासी सरकार चल रही है। जम्मू कश्मीर से 370 धारा निरस्त हुआ। राममंदिर निर्माण का मार्ग प्रसस्त हुआ। तीन तलाक संबंधी कानून बना फिर किसानों के घर मे घुसने की क्या जरूरत थी। एक किसान ने सवाल उठाया कि आखिर कौन वो किसान है जिसकी बात मानकर नरेंद्र मोदी सरकार ने तीन कृषि बनाये। जब देश के किसान कृषि कानून को भला नहीं मान रहे हैं तो आखिर इस कानून को क्यों थोपा जा रहा है। अलबत्ता सरकार की नीयत ठीक नहीं है। गांवों में घुसकर किसानों के मुंह बंद करने के लिए नए कानून बनाये गए। ग्राम स्वराज की बात कौन करे ये ग्राम गुलामी की ओर ले जाने वाला रास्

अब वर्ष 24 के लिए गोटियां बिठा रही है भाजपा, बिहार से शतरंज की चालें शुरू!

  पटना। न्यूज़। विद्रोही। भाजपा ने अभी से वर्ष 2024 के लोकसभा चुनाव के लिए शतरंज की चालें शुरू कर दी है। इसी कड़ी में भाजपा नेतृत्व ने ढ़ाई कदम चलते हुए एक घोड़े को दिल्ली की राह चलने के लिए मजबूर कर दिया। शतरंज का यह मजबूत घोड़ा कोई और नहीं बिहार का पूर्व डिप्टी सीएम सुशील कुमार मोदी हैं। भाजपा ने दूर की कौड़ी खेली है। यह खेल वर्ष 2023 में समझ आएगा जब भाजपा अपने एक प्यादे को केंद्र से हटाकर बिहार की राजनीति में भेज देगी। यह प्यादा वर्ष 2024 के चुनाव में अमित शाह के लिए रन बटोरेगा। अभी भाजपा कई चले चलेगी। आज बिहार से सुशील कुमार मोदी ने राज्यसभा के लिए नामंकन दाखिल कर दिया है और उनका राज्यसभा पहुंचना लगभग तय है। समझा जाता है कि सुशील कुमार मोदी को केंद्र में वित्त राज्यमंत्री बनाया जाएगा। बिहार में डिप्टी सीएम रहते सुशील मोदी ने केंद्र सरकार से बिहार के लिए कई मांगे उठायी थी उसकी लंबी सूची है। जाहिर है केंद्र में मंत्री बनने पर बिहार को कुछ न कुछ अवश्य फायदा होगा। सूत्र बताते हैं कि मौजूदा केंद्रीय गृह राज्यमंत्री नित्यानंद राय को वर्ष 2023 में संगठन में लाया जाएगा। नित्यानंद राय ने बिहार भा