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Showing posts from September, 2020

फणीश्वरनाथ रेणु की मूल पांडुलिपि चोरी

 पटना। न्यूज़। देश के प्रख्यात साहित्यकार फणीश्वरनाथ रेणु की हस्तलिखित मूल पांडुलिपि पटना स्थित उनके आवास से चोरी हो गयी है। कदमकुआं स्थित आवास पर उनके पुत्र प्रशांत रेणु रहते हैं। मिली जानकारी के मुताबिक चोर रेणु की अमूल्य धरोहर को चुरा ले गए हैं। ज्ञात हो कि फणीश्वरनाथ रेणु को उनकी कृति मैला आंचल से दिग दिगान्त ख्याति मिली। मैला आंचल वर्ष 1954 में लिखी गयी। सूत्र बताते हैं कि हस्तलिखित मैला आंचल भी चोरी हो गयी है। इसके पहले अररिया स्थित रेणु के पैतृक आवास में भी चोरी हुई थी पर चोर अबतक नहीं पकड़े गए।  रेणु की तीसरी कसम पर फ़िल्म भी बन चुकी है।

एकजुटता या बिहार चुनाव के पहले विपक्षी दलों में महाफुट!

 पटना। न्यूज़। ( विद्रोही)। बिहार में विपक्षी पार्टियों में महफूट हो गया गया है। चुनाव के छह महीने पहले तक बिहार में  विरोधी दल एनडीए को सत्ता से बाहर करने का राग अलाप रहे थे पर चुनाव नजदीक आते ही सभी आपस में एक दूसरे से मजबूती के दम्भ पालकर बिखड़ गए। बिहार में विपक्ष कई टुकड़ों में बिखड़ गया है। नजर दौड़ाइये। नीतीश के एनडीए में जाने के बाद महागठबंधन में राजद, कांग्रेस, रालोसपा, हम और वीआईपी का वजूद था, किन्तु इस गठबंधन से हम और रालोसपा निकल चुकी है। यानी रालोसपा नेता उपेंद्र कुशवाहा और हम नेता जीतन राम मांझी की राहें अलग हो चुकी है। अब महागठबंधन टूटकर एक दूसरे के खिलाफ उम्मीदवार उतारेगा। रालोसपा नेता उपेंद्र कुशवाहा ने बसपा से हांथ मिलाकर नया संगठन खड़ा कर दिया है। तेजस्वी यादव ने जब उपेंद्र कुशवाहा के खास भूदेव चौधरी को अपने पाले कर लिया है तो इसका असर दिखाई देगा ही।दोनों के बीच चुनाव मैदान में लड़ाई अब तगड़ी होगी। पहले जो नीतीश के खिलाफ लड़ाई लड़ने का दावा करते थे वे अब आपस मे लड़ेंगें। ज्ञात हो कि पूर्व केंद्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा ने बिहार में नीतीश कुमार को चुनौती देने के लिए कई दलों के साथ

तो बीजेपी पर बीस, पड़ रहे नीतीश!

  पटना। न्यूज़।( विद्रोही)। देश मे नरेंद्र मोदी भले ही जनता की नजर में चक्रवर्ती सम्राट हो पर बिहार में उनकी पार्टी की रणनीति नीतीश कुमार के समक्ष नहीं चल रही है। नीतीश कई मायने में बीजेपी पर बीस पर रहे हैं। इस बात का एहसास प्रदेश भाजपा के नेताओं को भी है। नीतीश की ताजा चाल बहुत दूरगामी है। ये चाल है बिहार के पूर्व डीजेपी गुप्तेश्वर पांडेय को अपनी पार्टी में शामिल करना।  जदयू का ये कदम भाजपा के वोट बैंक में सेंधमारी से कम नहीं है। प्रदेश के 9 फीसदी ब्राह्मणों को नीतीश ने संदेशा भेजा है। ये उन दिनों के लिए जदयू के लिए ज्यादा फलदायी होगा जब जदयू की राहें भाजपा से अलग होगी।   जदयू ने यहां एक तीर से कई निशाने साधे हैं। भाजपा यह जो समझती है कि ब्राह्मणों पर उनका अधिक प्रभाव है वह परसेप्शन कमजोर होगा। जदयू एकला की भी राह तलाश रहा है। जीतनराम मांझी, गुप्तेश्वर पांडेय, लालू के समधी चंद्रिका राय सभी जदयू के लिए रन बटोरेंगे। भाजपा को ये बातें कुछ समय बीतने के बाद फील होगी। पूर्व डीजेपी गुप्तेश्वर पांडेय को भी सही ठौर मिल गया है। चुनाव लड़ने में जदयू के सोशल इंजीनियरिंग उनके काम आएगा। पांडेय की जदय

बिहार चुनाव के पहले ढ़ह गया कई समीकरण

  पटना। न्यूज़। (विद्रोही)। बिहार विधानसभा चुनाव में  युद्ध लड़ने से पहले कई समीकरण बिखड़ गया है। कई किला में दरारें पड़ गयी है वहीं नए समीकरण भी तैयार हो गए हैं। पक्ष हो या विपक्ष दोनो तरफ के घर टूटे हैं। जहां घर नहीं टूटे हैं वहां दरारें अवश्य पड़ी है। बिहार चुनाव के महाभारत के पहले एनडीए और महागठबंधन की सेनाएं तैयार हो रही है। साथ ही एक तीसरा मोर्चा भी करवट ले रहा है। बात यदि एनडीए की करें तो यहां भी चुनाव के पहले ही चोट लग गयी है। चाहे सीट बंटवारे को लेकर हो या प्रत्याशी चयन को लेकर।  एनडीए के पार्टनर चिराग पासवान ने जोर का झटका धीरे से दे दिया है। उसकी राहें सैद्धान्तिक रूप से अलग हो चुकी है भले ही भाजपा के शीर्ष नेता एनडीए एकजुटता की बात कर रहे हों। लोजपा सुप्रीमो चिराग पासवान 143 सीटों पर उम्मीदवार खड़े करने करने की तैयारी में हैं। लोजपा के एक वरिष्ठ नेता का कहना है कि यदि एनडीए में रहे तो भी नीतीश कुमार की जलालत चुनाव जीतने के बाद झेलनी होगी। मंत्री बनाने के लिए चिरौरी करनी होगी। यदि एनडीए में भी तो गांठें लग ही गई है। इस तरह एनडीए की दीवारें भी चटकी नजर आ रही है। महागठगठबंधन की बाते

भाजपा के 23 राष्ट्रीय प्रवक्ता में 4 बिहार से। संजय मयूख बने राष्ट्रीय प्रवक्ता। मिली प्रोन्नत्ति

  पतन।न्यूज़। ( विद्रोही)। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने अपनी नई टीम बनाई है।उस टीम में बिहार से 4 राष्ट्रीय प्रवक्ता बनाये गए हैं। एक हैं सैय्यद शाहनवाज हुसैन, राजीव प्रताप रूडी, संजय मयूख और गुरुप्रकाश। दरअसल विधान पार्षद डॉ संजय मयूख का कद बढ़ा है।भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष की टीम में 23 प्रवक्ता बनाये गए हैं। संजय मयूख मीडिया फ्रेंडली हैं और राजनीति में उनका कोई शत्रु नहीं हैं। वे अजादशत्रु हैं। मिलनसार प्रकृति के कारण वे सबके प्रिय माने जाते हैं।

एनडीए और महागठबंधन दोनों की 'चेनपुलिंग'

 पटना। न्यूज़। बिहार में चुनाव की तिथि घोषित हो गयी है। एक महीने बाद 28 अक्टूबर से वोटिंग भी शुरू हो जाएगी पर प्रदेश के दो योद्धा टीम की ट्रेन बीच में ही उसके घटक दल के कारण चेनपुलिंग कर दी गयी है। सत्ताधारी एनडीए के घटक दल एलजेपी के कारण 'गाड़ी' कोई दिशा नहीं ले रही है। फिलहाल लोजपा एनडीए के बैनर तले चुनाव लड़ेगी या नहीं इसे लेकर सस्पेंस बना हुआ है। रोजाना जदयू और लोजपा के बीच तीर चल रहे हैं। अबतक एनडीए के बीच सीटों का बंटवारा नहीं हुआ है। लोजपा ने 143 सीटों पर चुनाव लड़ने का दावा ठोका है। इस तरह एनडीए के आपसी संबंध भी पटरी पर नहीं है। दूसरी ओर महागठगठबंधन के घटक दल रालोसपा भी अलग राह चुनने की तैयारी में है। नेतृत्व को लेकर महागठबंधन में रार है। साथ ही सीटों को लेकर कोई सहमति नहीं बन पाई है। सीटों को लेकर एनडीए और महागठबंधन दोनों तरफ चेनपुलिंग है। अगले एक दो दिनों में तय हो जाएगा कि दोनों की गाड़ी सही पटरी पर चलेगी या नहीं। भाजपा जदयू और लोजपा के संबंधों को लेकर दुविधा में है। भाजपा यदि लोजपा की डिमांड मानती है तो तो उसे फिर बौना होना पड़ेगा। बिहार ही ऐसा प्रदेश है जहां भाजपा अपने स

10 नवम्बर को पता चल जाएगा बिहार में किसकी सरकार

 पटना। केंद्रीय चुनाव आयोग ने बिहार में चुनाव की तिथि घोषित कर दी है। तीन चरणों मे चुनाव कराए जाएंगे। 28 अक्टूबर को पहले चरण का चुनाव होगा। 3 नवम्बर को दूसरे चरण जबकि 7 नवम्बर को तीसरे चरण का चुनाव सम्पन्न हो जाएगा। 10 नवम्बर को चुनाव परिणाम निकल जायेगा।

बीजेपी ने प्रत्याशी चयन का पूरा स्वरूप बदला। पैराशूट प्रत्याशियों की नहीं गल रही दाल

 पटना। न्यूज़ ( विद्रोही)। पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के नेतृत्व में 'पार्टी विथ डिफरेंस' का चेहरा जनता के बीच महसूस कराने का संदेश दे दिया गया है। बिहार चुनाव में पार्टी कार्यकर्ताओं में से ही उम्मीदवार चयन करने जा रही ही। बूथ स्तर के जमीनी कार्यकर्ता प्रत्याशियों के बारे में इनपुट दे रहे हैं। बाहरी व पैराशूट प्रत्याशियों की कोई दाल नहीं गल रही है। सूत्र बताते हैं कि भाजपा कार्यकर्ताओं से इतर पैराशूट प्रत्याशियों ने कुबेर का दरवाजा खोल देने का ऑफर दिया पर भाजपा के जमीनी कार्यकर्ताओं की राय में ऐसे प्रत्याशी फेल कर दिए गए। सूत्रों के मुताबिक आगामी बिहार विधानसभा चुनाव को देखते हुए भारतीय जनता पार्टी ने प्रत्याशियों के चयन का स्वरूप पूरी तरह से बदल दिया है। बीजेपी ने प्रत्याशियों का चयन कार्यकर्ताओं की मर्जी से करने का निर्णय लिया है। बूथ,  शक्तिकेंद्र, मंडल, जिला हर स्तर पर भाजपा का मजबूत सांगठनिक ढांचा खड़ा। कार्यकर्ताओं की रायशुमारी को पार्टी इस बार पूरी तवज्जो देने वाली है। कार्यकर्ताओं से प्राप्त रायशुमारी के आधार पर ही उम्मीदवारों के नाम को प्रदेश से अनुशंसा मिले

तो सुशांत ने आत्महत्या ही किया था! आ गई CFSL की रिपोर्ट

नई दिल्ली। न्यूज़। फ़िल्म अभिनेता स्व. सुशांत सिंह राजपूत मामले का पटाक्षेप करीब करीब हो गया है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट और अब सीबीआई की सिफारिश पर की गई CFSL की रिपोर्ट सामने आ गयी है। रिपोर्ट में आत्महत्या का मामला सामने आया गया है। साईंटिक भाषा में पार्शियल हैंगिंग की रिपोर्ट सौंपी गई है। पार्शियल हैंगिंग आत्महत्या ही है।  अधिकतर आत्महत्या पार्शियल ही होती है। सूत्रों के मुताबिक एक दो दिनों में सीबीआई अपनी रिपोर्ट सौंप सकती है। सीबीआई जांच की सिफारिश इसलिए कि गयी थी कि सुशांत की हत्या किए जाने का आरोप लगा था।  एक खास मीडिया ने तो हत्या के पक्ष में कई कथित साक्ष्य रखकर मुहिम ही चला रखा था। पूरे मामले में महाराष्ट्र सरकार को घसीटा गया। महाराष्ट्र पुलिस को घसीटा गया था, किन्तु CFSL की रिपोर्ट ने एक खास एजेंडे पर पानी फेर दिया। लोग सच्चाई जानना चाहते थे जो धीरे धीरे सामने आ रही है। सीबीआई की रिपोर्ट के बाद पूर्णतया सच्चाई सामने आ जयेगी।

नीतीश के 'तीर' के फेर में पड़ गए गुप्तेश्वर 'बाबा'

  पटना। न्यूज़। बिहार में जैसे जैसे चुनाव नजदीक आ रहा है मजेदार खेला शुरू हो गया है। राजनीति का खेल ही निराला है। डीजीपी की नौकरी छोड़ गुप्तेश्वर पांडेय मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के तीर के फेर में पड़ गए हैं। यहां राजनीति के चाणक्य नीतीश कुमार ने गुप्तेश्वर पांडेय से डीजीपी की कुर्सी खाली कराके एक तीर से कई निशाना साधा है। अब यहां देखना है कि आखरी बाजी किसके हांथ आती है। डीजीपी रहते गुप्तेश्वर पांडेय ने नीतीश 'सरकार' के खूब काम किया। गुप्तेश्वर पांडेय ने बाबू साहब स्व. सुशांत सिंह राजपूत को न्याय दिलाने के लिए जो मुहिम छेड़ा उसे पूरा देश देखा। उनकी पहल पर सुशांत मामले में एफआईआर दर्ज किया जो सीबीआई जांच का आधार बना। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के दूत बनकर तत्कालिक डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय सुशांत सिंह के पिताजी जी के घर गए थे। कुल मिलाकर वह मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की खूब वफादारी निभाये। अब देखना है कि नीतीश कुमार 'बाबा: के लिए कितनी वफादारी निभाते हैं। साथ ही जब बाबा चुनाव मैदान में कूदेंगें तो सुशांत समर्थित उन्हें कितना वोट दे पाते है जिनके लिये उन्होंने खूब चीखा।ये सारी बातें वक्त

पटना मेट्रो रेल की क्या है खासियत। जाने कौन-कौन है स्टेशन

पटना। न्यूज़। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मंगलवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से पटना मेट्रो रेल परियोजना का कार्यारंभ किया। पटना मेट्रो रेल परियोजना के प्रस्ताव पर आवासन एवं शहरी कार्य मंत्रालय, भारत सरकार ने 13365.77 करोड़ का अनुमोदन प्रदान किया था। परियोजना लागत में 20 फीसदी राशि का आवंटन बिहार सरकार करेगा, 20 फीसदी राशि का आवंटन केंद्र सरकार करेगी और शेष 60 फीसदी राशि JAPAN INTERNATIONAL CORPORATION AGENCY(JICA) द्वारा ऋण लिया जाएगा। मालूम हो कि पटना मेट्रो रेल परियोजना के अनुमोदन के उपरांत पटना मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन लिमिटेड (PMRCL) का गठन हुआ। पटना मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन लिमिटेड (PMRCL) के गठन के उपरांत मेट्रो रेल निर्माण से संबंधित कार्यान्वयन करने हेतु डिपोजिट टर्म पर दिल्ली मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन लिमिटेड (DMRC) को दिया गया। 25 सितंबर 2019  को पटना मेट्रो रेल परियोजना के डिपोजिट टर्म पर कार्यान्वयन का इकरारनामा (MOU) पटना मेट्रो रेल कॉरपोरेशन लिमिटेड (PMRCL) एवं दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन लिमिटेड (DMRC) के बीच संपन्न हुआ। इसके बाद दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन लिमिटेड (DMRC) ने

सारी योजनाएं जमीन पर उतर जाए तो बिहार के मस्तक से मिट जाएगा पिछड़ा राज्य

  पटना। न्यूज़। बिहार में चुनाव को देखते हुए मतदाताओं को लुभाने के लिये होड़ मची है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने हजारों करोड़ की योजनाओं का शिलान्यास कर दिया है। इसके पहले बिहार के लिए एक लाख 25 हजार करोड़ का पैकेज घोषित हो चुका है। सरकार की माने तो इनमें से अधिकतर जमीन पर उतरना शुरू कर दिया है। हाल ही में कोरोना की मार से राहत देने के लिए पूरे देश मे 20 लाख करोड़ के पेकेज की घोषणा हुई है। चूंकि बिहार में डबल इंजन की सरकार है तो इस 20 लाख करोड़ के पैकेज का बड़ा हिस्सा अवश्य बिहार को मिलने जा रहा है। हजारों करोड़ की राशि की घोषणा बिहार के लिए हो रही है, किन्तु भौतिक रूप से किसी के पॉकेट में एक पैसा भी जा रहा है या नहीं यह महसूस करने की बात है। 12 करोड़ की जनसंख्या वाले इस प्रदेश जे एक- एक व्यक्ति को यदि एक-एक करोड़ दे दिया जाता तो सारे के के दुख खत्म हो जाते। आवंटन की इस राशि को सरकार अपने हाँथ में रखकर प्रबंधन करती ताकि कोई एक मुश्त राशि खर्च न कर सके। एक ही दिन में प्रति व्यकि आय का औसत सुधर जाता। प्रत्येक व्यकि के खाते में 15 लाख देने संबंधी नमो सरकार के प्रतिबिम्ब

नरेंद्र मोदी के दल में उड़ता है सोशल डिस्टेंस का माखौल।भाजपा का मीडिया सेंटर बदलेगा।

  पटना। न्यूज़। कोरोना के बढ़ते प्रकोप के बीच प्रेस कॉन्फ्रेंस में खचाखच भीड़ हो रही है। सोशल डिस्टेंसिनग की धज्जियां उड़ा रही है।  नेता व पत्रकार सभी परेशान हैं पर चुनाव का समय है। पत्रकारों को बुलाना जरूरी है। जनता के बीच संदेश देना है कि भीड़ खूब हो रही है। ये कहानी बयां हो रही है भाजपा के नए मीडिया सेंटर का। चुनाव को देखकर प्रदेश भजपा  ने पार्टी मुख्यालय से अलग एक मीडिया सेंटर किराये पर लिया है। चाणक्य होटल में यह मीडिया सेंटर है। बिहार भाजपा के चुनाव प्रभारी देवेंद्र फड़नवीस ने इस मीडिया सेंटर का उद्घाटन किया। जिस दिन इस मीडिया सेंटर का उद्घाटन हुआ उस दिन तिल रखने की जगह नहीं थी। कोरोना को खुलेआम निमंत्रण दिया जा रहा था। भाजपा के इस मीडिया सेंटर का नाम कैलाशपति मिश्र सभागार रखा गया है। जिस दिन यहां प्रेसवार्ता होती है सोशल डिस्टेंसिनग का ख्याल नहीं रखा जाता है। खास है कि 21 सितंबर को उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी की प्रेस कांफ्रेंस आयोजित थी। खचाखच भीड़ इकठी हुई। मोदी ने खुद नजर देखा और इस मीडिया सेंटर को बदलने का सुझाव दे डाला। उन्होंने तुरंत चुनाव प्रचार के संयोजक बनाये गए मंगल पांडेय

पीएम ने कहा, 110 लाख करोड़ से अधिक खर्च होंगे इन्फ्रास्ट्रक्चर पर। बिहार में गंगा पर बन रहा 17 पुल

पटना। न्यूज़। प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने आज बिहार चुनाव के मौके पर बिहार को झोली भरके सौगात दिया है। पीएम ने सड़क, पुल पुलिया से जुड़े 14260 करोड़ की योजनाओं का शिलान्यास किया। इनमे गंगा नदी पर बनने वाले दो पुल शामिल है। साथ ही उन्होंने बिहार के सभी गांवों में ऑप्टिकल फाइबर से इंटरनेट सुविधा का उद्घाटन भी किया। पीएम ने साफ कहा कि अगले 4-5 वर्षों में इंफ्रास्ट्रक्चर के क्षेत्र में 110 लाख करोड़ से भी अधिक खर्च किये जायेंगे।  पीएम ने कहा कि बिहार की विकास यात्रा का एक और अहम दिन है। अब से कुछ देर पहले बिहार में कनेक्टिविटी को बढ़ाने वाली नौ परियोजनाओं का शिलान्यास किया गया है। इन परियोजनाओं में हाइवे को 4 लेन और 6 लेन का बनाने और नदियों पर 3 बड़े पुलों के निर्माण का काम शामिल है। इन परियोजनाओं के लिए बिहार के लोगों को बहुत-बहुत बधाई देता हूं।आज का दिन बिहार के लिए तो अहम है ही, ये पूरे देश के लिए भी बहुत बड़ा दिन है। युवा भारत के लिए भी बहुत बड़ा दिन है। आज भारत, अपने गांवों को आत्मनिर्भर भारत का मुख्य आधार बनाने के लिए भी एक बड़ा कदम उठा रहा है। और खुशी ये है कि कार्यक्रम पूरे देश में है

चिराग ने जला दी चिंगारी, कहा जब लोजपा समर्थित सरकार आएगी!

  पटना। न्यूज़। एनडीए में चिराग पासवान का मामला तूल पकड़ लिया है। आज चिराग ने एक चिट्ठी लिखकर एनडीए में चिंगारी लगा दी है। चिराग ने आज अपने कार्यकर्ताओं को खुला पत्र लिखा। पत्र में उन्होंने एक स्थान पर लिख दिया है, जब लोजपा समर्थित सरकार बनेगी!  आखिर इस लोजपा समर्थित सरकार का क्या आशय है। क्या वह एनडीए से अलग होकर किसी अन्य राजनीतिक दल को समर्थन देने जा रहे हैं? क्या भाजपा और लोजपा साथ रहेगी और जदयू का रास्ता अलग होगा। तमाम तरह के कयास चिराग की नई चिट्ठी से लगाये जा रहे हैं। चिराग ने यह भी लिखा है कि सीट बंटवारे के बारे में उनसे कोई राय नहीं ली गयी है। ये भी गठबंधन की किसी पार्टी के लिए आश्चर्यजनक बातें हैं। अगले दो महीने में चुनाव परवान चढ़ जाएगा और सीटों के बारे में कोई निर्णय ही नहीं हुआ। या यह भी हो सकता है कि जिन सीटों की संख्या का दावा लोजपा ने किया है उसपर जदयू बात नहीं करना चाहता है। सीट बंटवारे के केंद्र में नीतीश कुमार हैं और बिना उनकी इजाजत सीट फार्मूला तय भी नहीं होगा।  समझा जाता है कि लोजपा को एनडीए के सीट फार्मूला पसंद नहीं आया होगा। इसलिए उसने जदयू व भाजपा से बात करना मुनास

कोसी महासेतु: सवा दो सौ किलोमीटर की दूरी अब 22 किलोमीटर में तय।Kosi river bane, kosi Mahasetu boon

  पटना। न्यूज़। बिहार का दिन आज कई मायने में महत्वपूर्ण रहा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोसी मेगाब्रिज का उद्घाटन किया। यह पुल कोसी और मिथिला के लोगों को जोड़ने में सेतु का काम करेगा। इस पुल के नहीं रहने से कोसी और मिथिलांचल के बीच 215 किलोमीटर की दूरी तय करनी पड़ती थी, किन्तु कोसी महासेतु के बन जाने से महज 22 किलोमीटर में यह फासला तय हो जाएगा। वर्ष 1934 के भूकं में पहले वहां मौजूद सेतु टूट गया था।  84 वर्ष के बाद वहां कोसी महासेतु बनकर तैयार हुआ है।  खास है कि वर्ष 2003 में तात्कालिक प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने इस पल का शिलान्यास किया था और अब उन्हीं के शिष्य नरेंद्र मोदी ने बतौर पीएम पुल का उद्घाटन किया है। कोसी महासेतु के उद्धाटन अवसर पर शरीक मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि मुझे हार्दिक प्रसन्नता है कि आज आपके द्वारा इस महासेतु का उद्घाटन हो रहा है।उन्होंने कहा कि आपके नेतृत्व में रेलवे की कई योजनाओं का शिलान्यास हो रहा है, ये मेरे लिए प्रसन्नता की बात है। उन्होंने कहा कि बाढ़ और बख्तियारपुर के बीच तीसरी रेलवे लाइन का उद्घाटन हो रहा है। यह भी खुशी की बात है। श्रद्धेय अटल जी क

बीजेपी बिहार के 70 स्थानों पर प्रेस कॉन्फ्रेंस करेगी। संबित पात्रा आज पटना में

  पटना। न्यूज़। बिहार के चुनाव में समा बांधने के लिए  बीजेपी 18 सितंबर को 70 स्थानों से प्रेस कॉन्फ्रेंस करेगी। ये सब प्रधानमन्त्री नरेंद्र मोदी के जन्मदिन के अवसर पर हो रहा है। पटना में प्रेस वार्ता के लिए संबित पात्रा दूत बनकर आ रहे हैं। वैसे बिहार में 70 जगहों पर  बीजेपी के 70 नेताओं की ड्यूटी लगा दी गयी है।

चिराग का ये नीतीश पर दबाव है या एनडीए से अलविदा का वक्त! It's mere pressure of Chirag or principle to fight 143 seats.

  पटना। न्यूज़। लोजपा नेता चिराग पासवान महज नीतीश कुमार पर सीटों के लिए प्रेशर दे रहे हैं या उनकी बातों में कुछ सच्चाई भी है। दो बार सम्पन्न पार्टी के संसदीय दल की बैठक में 143 सीटों पर चुनाव लड़ने का ताल ठोका जा चुका है। साथ ही पार्टी के सांसद व समर्थक एक महीने से 143 सीटों पर चुनाव लड़ने की धमकी दे रहे हैं। शुरुवात में ये बाते सामने आई कि लोजपा ने 243 विधानसभा सीटों में अपने लिए 43 सीटों की मांग की है पर उसकी बातों को ठुकरा दिया गया तो उसने 43 के बदले तेवर में 143 सीटों की मांग उठा दी।  लोजपा और जदयू के बीच तनातनी की बातें नीतीश द्वारा चिराग को तवज्जो न देने के मामले से आ रही है। चिराग की माने तो उन्होंने कई बार नीतीश कुमार से मुलाकात का समय मांगा पर समय नहीं मिला। इसके बाद चिराग पासवान ने मुख्यमंत्री की समस्याओं को लेकर लेटर बम लिखना शुरू किया। स्वास्थ्य व बेरोजगारों को लेकर नीतीश की अगुवाई वाली सरकार पर पत्रों के कई तीर छोड़कर घायल किया गया। एक समय ऐसा आया कि जदयू नेताओं ने चिराग पासवान को मूर्ख कहकर मजाक बनाया। जदयू के एक वरिष्ठ नेता ने चिराग का नाम किये बगैर कहा कि कालिदास की तरह चिर

कोसी और मिथिला का अब मिलान हो जायेगा। दूरी होगी कम।Now koshi and Mithila will come closure

पटना। न्यूज़। अब कोसी क्षेत्र और मिथिलांचल के लोगों के बीच वैवाहिक संबंध में आवागमन की सुगमता बाधा नहीं बनेगी। 18 सितंबर से कोसी महासेतु पर ट्रेन दौड़ने लगेगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने जन्म दिवस 17 सितंबर के अवसर पर कोसी महासेतु का तोहफा बिहारवासियों को देंगें।          भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष डॉक्टर जायसवाल ने आज यहां बताया कि इस मौके पर न केवल बिहार बल्कि पूरा देश जनसेवा के माध्यम से प्रधानमंत्री जी का जन्मदिन मनायेगा। उन्होंने कहा कि देश की सेवा और राष्ट्र का नवनिर्माण प्रधानमंत्री जी के जीवन का मुख्य ध्येय है। वे न्यू इंडिया  के विश्वकर्मा हैं, इसलिए भारतीय जनता पार्टी प्रधानमंत्री जी के जीवन की प्राथमिकता को ध्यान में रखते हुए उनके जन्मदिन को सेवा सप्ताह के रूप में मनायेगी।