पटना। न्यूज़। केंद्र सरकार देश मे आजादी का अमृत महोत्सव मना रही है। आजादी के 75 वर्ष पूरे होने पर उत्सव मनाया जा रहा है। दूसरी तरफ सच लिखने वालों को जेल में बंद किया जा रहा है। उसे नंगा किया जा रहा है। ये कैसी आजादी है। 100 बातें आपकी प्रशंसा में लिखे और एक बात अप्रिय सत्य लिख दिया तो कोरे बरसा दिए। नंगा कर दिये और जेल में भेज दिया। यहां बात मध्यप्रदेश में नंगा किये पत्रकारों की नहीं हो रही। ये बात पुरानी हो गयी। बात बलिया की हो रही है जहां मैट्रिक परीक्षा में पर्चा लीक की बात लिख दी तो तीन पत्रकारों को जेल भेज दिया। 12 दिनों से पत्रकार जेल में बंद हैं। दो पत्रकार अमर उजाला के हैं तो एक राष्ट्रीय सहारा का है। बलिया में लगातार विरोध प्रदर्शन हो रहा है। डीएम ने बिना एफआईआर के पत्रकारों को जेल में बंद कर दिया। ये वही बलिया है जहां के मंगल पांडेय ने स्वतंत्रता संग्राम की आग लगाई। पत्रकारों का क्रमिक संघर्ष जारी है। जाहिर है पत्रकारों को जेल में बंद करने के पीछे योगी सरकार का इशारा होगा। मध्यप्रदेश में नंगा किये गए पत्रकारों का हाल भी देख लीजिए।
पटना। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर आज एक युवक ने उस समय हमला कर दिया जब वह बख्तियार पुर में आयोजित कार्यक्रम में भाग ले रहे थे। इस बाबत जिला प्रशासन का कहना है कि बख्तियारपुर के प्रसिद्ध स्वतंत्रता सेनानी एवं समाजसेवी स्व० पं० शीलभद्र याजी जी की प्रतिमा पर माल्यार्पण करने के दौरान एक व्यक्ति द्वारा सुरक्षा घेरा में घुसकर माननीय मुख्यमंत्री पर हमले का प्रयास किया गया, जिसे पकड़ लिया गया। प्रारंभिक जाँच में पाया गया कि उक्त व्यक्ति का नाम शंकर कुमार वर्मा उर्फ छोटू पिता श्याम सुन्दर वर्मा, उम्र लगभग 32 वर्ष, अबू मोहम्मदपुर, बख्तियारपुर नगर परिषद् क्षेत्र का रहने वाला है बातचीत करने पर पता चला कि वह मानसिक रूप से अस्वस्थ है। उसके परिजनों ने बताया कि छोटू की दिमागी हालत ठीक नहीं है। कुछ साल पहले वह दो मंजिला छत से कूद गया था तथा एक बार फांसी लगाकर आत्महत्या करने का भी प्रयास कर चुका है। उसकी पत्नी छोड़कर चली गई है और अपने बच्चों के साथ अलग रहती है। सभी पहलुओं को ध्यान में रखकर घटना की जाँच की जा रही है तथा जिम्मेवारी निर्धारित की जा रही है।मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने उक्त व्यक्ति के विरूद